महिला सशक्तीकरण को ध्यान में रखते हुए डेरी सहकारिताओं में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देना
एनडीडीबी डेरी गतिविधियों जैसे सदस्यों, महिला डीसीएस के गठन, प्रबंध समिति के सदस्यों के रूप में उनकी भागीदारी तथा बोर्ड सदस्यों के रूप में शासन में महिलाओं की संख्या में वृद्धि करने और भागीदारी सुनिश्चित करने की दिशा में सतत् कार्यरत है । डेरी सहकारी क्षेत्र में महिलाओं की भूमिका को बढ़ावा देने की दिशा में एनडीडीबी की विभिन्न प्रयासों में निम्नलिखित शामिल है:
महिलाओं में नेतृत्व का विकास करना
1995 में एनडीडीबी ने पश्चिमी भारत के वलसाड, कोल्हापुर, वायनाड तथा गोवा में प्रायोगिक आधार पर महिला डेरी सहकारी नेतृत्व कार्यक्रम (डब्ल्यूडीसीएलपी) की शुरूआत की । इसका उद्देश्य सहकारी समितियों, संघों तथा महासंघों के शासन में सक्रिय सदस्यों एवं नेतृत्वकारी भूमिका में महिलाओं की भागीदारी में महत्वपूर्ण वृद्धि करके सहकारी गतिविधि को मजबूत बनाना था । इस कार्यक्रम की सफलता के बाद इसे पूरे देश में अन्य डेरी सहकारिताओं में क्रियान्वित किया गया । एनडीडीबी ने इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए डेरी सहकारिताओं को अनेक गतिविधियों के संचालन में सहयोग दिया । कुछ प्रमुख गतिविधियों में शामिल हैं: महिला क्लब, महिला साक्षरता कार्यक्रमों का आयोजन, बचत एवं ऋण ग्रुपों, प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन और भ्रमण दौरे, डीसीएस गतिविधियों पर प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन तथा सदस्य के उत्तरदायित्व एवं अधिकार, प्रबंध समिति सदस्यों के कर्तव्य एवं कार्य।
डब्ल्यूडीसीएलपी ने महिलाओं को सहकारिताओं के सदस्य के रूप में उनके अधिकार एवं उत्तरदायित्वों के प्रति जागरूक बनाने में अग्रणी भूमिका निभाई तथा सामाजिक एवं आर्थिक गतिविधियों में उनकी सहभागिता के लिए उन्हें प्रोत्साहित किया । इस कार्यक्रम के कार्यान्वयन के परिणामस्वरूप सदस्यता एवं शासन में महिलाओं के नेतृत्व विकास एवं भागीदारी में भी वृद्धि हुई । एनडीडीबी ने महिलाओं में नेतृत्व गुणों का विकास करने में सहयोग देने तथा डेरी उद्योग की सहकारी प्रणाली में उनकी भागीदारी बढ़ाने और संपूर्ण प्रतिनिधित्व प्रदान करने के लिए संगोष्ठियों, सम्मेलन तथा प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करना निरंतर जारी रखा है।
महिला डेरी सहकारिताएं (डब्ल्यूडीसी)
महिला डेरी सहकारिताएं ग्रामीण महिलाओं को डेरी सहकारी समिति की व्यावसायिक प्रक्रियाओं को समझने, सहकारिता के मूल्यों को समझ कर आत्मसात करने तथा उनकी समस्याओं को अभिव्यक्त करने का अवसर उपलब्ध कराती हैं । डब्ल्यूडीसी के माध्यम से महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित होने पर, उन्हें नेतृत्व निभाने, प्रश्न पूछने, दृढ़तापूर्वक अपनी बात कहने तथा निर्णय लेने के लिए आवश्यक प्रशिक्षण उपलब्ध कराकर उनकी भागीदारी को धीरे-धीरे नेतृत्व की भूमिका में विकसित किया जा सकता है । महिला डेरी सहकारिताएं सुनिश्चित करती हैं कि वास्तविक उपयोगकर्ता संस्था में अग्रिम पंक्ति में रहें ।
एनडीडीबी सहकारी प्रणाली में महिलाओं की भागीदारी में वृद्धि के लिए महिला डेरी सहकारिताओं को बढ़ावा देती है । दूध संघों को संपूर्ण महिला डेरी सहकारिताओं का गठन करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है ।
एनडीपी-। के अंतर्गत महिलाओं पर ध्यान
एनडीपी-। ने डेरी क्षेत्र में महिलाओं की औपचारिक भागीदारी के लिए क्रांतिकारी कार्य किया । इस कार्यक्रम के अंतर्गत नामांकित कुल अतिरिक्त सदस्यों में 45 प्रतिशत (7.64 लाख) से अधिक महिलाएं हैं । परियोजना अवधि के दौरान महिला प्रसार अधिकारियों (एलईओ) की नियुक्ति तथा 4,000 से अधिक संपूर्ण महिला सहकारी समितियों की स्थापना की गई जिसने डेरी क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाया । एनडीडीबी ने देशभर की महिला उत्पादक सदस्यों को प्रोत्साहित एवं प्रशिक्षित भी किया जिससे महिला दूध उत्पादकों की जागरूकता के स्तर में वृद्धि हुई है तथा उन्हें संपूर्ण डेरी व्यवसाय तंत्र में सक्रिय योगदान देने में उन्हें मदद मिली है।