एनडीडीबी के व्हील्स ऑफ कोऑपरेशन अभियान के अंतर्गत सहकारोत्सव मनाया गया: अध्यक्ष, एनडीडीबी

एनडीडीबी के व्हील्स ऑफ कोऑपरेशन अभियान के अंतर्गत सहकारोत्सव मनाया गया:अध्यक्ष, एनडीडीबी

18 नवंबर 2024, आणंद: राष्ट्रीय डेरी विकास बोर्ड (NDDB) ने अमूल डेरी, बड़ौदा डेरी, सूरत दूध संघ, अमिधारा फ्रूट एंड वेजिटेबल्स कोऑपरेटिव लिमिटेड, वसुधारा डेरी, गोदावरी-खोरे दूध संघ, कोपरगांव और सह्याद्री फार्म्स के सहयोग से 71वें अखिल भारतीय सहकारी सप्ताह (14 नवंबर - 20 नवंबर) का मनाया। इस वर्ष का विषय “विकसित भारत के निर्माण में सहकारी समितियों की भूमिका” है। इस अवसर पर "व्हील्स ऑफ कोऑपरेशन" अभियान चलाया गया। यह पहल एनडीडीबी के हीरक जयंती वर्ष के तहत आयोजित विभिन्न योजनाओं में से एक पहल है।

प्रतिभागी किसान सदस्यों को सम्मानित करते हुए, राष्ट्रीय डेरी विकास बोर्ड (NDDB) के अध्यक्ष, डॉ. मीनेश शाह ने डेरी उद्योग, खाद प्रबंधन, ऑर्गेनिक कृषि और ग्रिड-संबद्ध सौर सिंचाई के क्षेत्र में किसानों के योगदान की सराहना की। उन्होंने यह विश्वास व्यक्त किया कि इन किसानों द्वारा साझा किए गए अनुभव अन्य किसानों को अपनी आय के विविधीकरण, पर्यावरण संरक्षण, पोषण सुरक्षा सुनिश्चित करने और सतत् आजीविका को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित-प्रोत्साहित करेंगे। इन पहलों को किसानों के बीच सहयोग के माध्यम से सफलतापूर्वक लागू किया गया, माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के ”सहकार-से-समृद्धि” के विज़न को रेखांकित करता है, जिसे माननीय केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह जी के मार्गदर्शन में आगे बढ़ाया जा रहा है।

एनडीडीबी, आणंद में एनडीडीबी के कार्यपालक निदेशक ने 14 नवंबर 2024 को “व्हील्स ऑफ कोऑपरेशन” अभियान को हरी झंडी दिखाई। एनडीडीबी द्वारा 14-18 नवंबर, 2024 के दौरान आयोजित अभियान ने गुजरात के आणंद जिले के मुजकुवा गांव के सहकारी लीडरों और सदस्यों को एक साथ लाया । यह गांव चार विभिन्न सहकारी समितियों का केंद्र है, जिनमें से प्रत्येक का अलग-अलग क्षेत्र पर विशेष फोकस है और जो मूल्यवान दृष्टिकोण प्रदान करती हैं। इन सहकारी समितियों में मुजकुवा दूध उत्पादक सहकारी समिति शामिल है, जो उन्नत दूध संकलन प्रणाली और पर्यावरण पहलों को एकीकृत करती है; मुजकुवा सखी खाद सहकारी मंडली, भारत की पहली महिला-नेतृत्व वाली खाद सहकारी समितियों में से एक समिति है, मुजकुवा सोलर पंप इरिगेशन कोऑपरेटिव इंटरप्राइज, जो सिंचाई के लिए सौर ऊर्जा का उपयोग करके किसानों का सहयोग करता है और उन्हें अधिशेष ऊर्जा को ग्रिड में वापस बेचने में सक्षम बनाता है। इस अभियान का उद्देश्य डेरी, सौर सिंचाई, खाद प्रबंधन और आर्गेनिक कृषि में सर्वोत्तम पद्धियों को बढ़ावा देकर सहयोग को प्रोत्साहित करना है।

इस अभियान के दौरान, प्रतिभागियों को प्रमुख सहकारी संस्थानों जैसे अमूल डेरी, बड़ौदा डेरी, सूरत डेरी, वसुधारा दूध संघ, गोदावरी-खोरे दूध संघ, कोपरगांव और किसान केंद्रित संस्थाओं जैसे अमिधारा फ्रूट्स एंड वेजिटेबल कोऑपरेटिव लिमिटेड और सह्याद्री फार्म्स से परिचित कराया गया। इन दौरों के माध्यम से सहकारी प्रबंधन, डेरी उत्पादन, सतत् कृषि पद्धितयों और आय बढ़ाने वाली गतिविधियों जैसे मधुमक्खीपालन, फलों एवं सब्जियों के मूल्य संवर्धन तथा किसान समूहों के प्रबंधन के बारे में मूल्यवान जानकारी प्रदान की गई।

अध्ययन, परस्पर ज्ञानार्जन और ज्ञान के प्रसार के अभियान में मुजकुवा के किसानों ने मोगर में त्रिभुवनदास फूड कॉम्प्लेक्स, मोगर में एक गोवंशीय प्रजनन फार्म और सारसा में एक बछड़ी पालन फार्म का दौरा किया और सहकारी-आधारित नवाचारों और ग्रामीण आर्थिक विकास पर बड़ौदा डेरी के अधिकारियों के साथ बातचीत की। इसके बाद, प्रतिभागियों ने सूरत दूध संघ का दौरा किया और पशुधन आहार उत्पादन पर विचार-विमर्श किया। टीम फिर चिखली में स्थित अमिधारा फ्रूट्स एंड वेजिटेबल्स कोऑपरेटिव लिमिटेड के लिए रवाना हुई, जहां प्रतिनिधिमंडल को ताजा बागवानी उपज और निर्यात प्रक्रियाओं के प्रसंस्करण के बारे में जानकारी दी गई। इसके बाद, प्रतिनिधिमंडल ने वसुधारा दूध संघ के तहत सोलधारा डेरी सहकारी समिति के सदस्यों के साथ मुलाकात की और शहद उत्पादन, मधुमक्खीपालन, खाद प्रबंधन और कम्पोस्टिंग जैसे आय सृजन गतिविधियों के उत्तम अभ्यासों के बारे में जानकारी प्राप्त की और अपने अनुभवों को साझा किया। उसके बाद, इस अभियान के अतंर्गत भारत की सबसे बड़ी किसान उत्पादक कंपनी, सह्याद्री फार्म्स के सदस्यों के साथ डेरी और फसल प्रबंधन में सर्वोत्तम पद्धतियों पर चर्चा की। अंत में, समूह ने कोपरगांव स्थित गोदावरी-खोरे दूध संघ के डेरी संयंत्र का दौरा किया और अनुभव साझा करने वाले सत्रों में भाग लिया।

यह पाँच दिवसीय यात्रा मुजकुवा में सहकारी समितियों के लीडरों के लिए न केवल परस्पर ज्ञानार्जन अनुभव है, बल्कि सहकारोत्सव भी है । इससे मुजकुवा में विभिन्न पहलों के बारे में ज्ञान के आदान-प्रदान के माध्यम से नवाचार, प्रौद्योगिकी, सुशासन, उद्यमिता, कौशल विकास और सतत विकास लक्ष्यों (SDG) को प्राप्त करने में सहकारी समितियों की भूमिका के बारे में जागरूकता उत्पन्न हुई। ये पहल 71वें अखिल भारतीय सहकारी सप्ताह की थीम के अनुरूप हैं, जो सहयोग और परस्पर ज्ञानार्जन के माध्यम से सतत् ग्रामीण विकास को बढ़ावा देने के एनडीडीबी के विज़न को सुदृढ़ीकृत करती हैं।